Monday, November 19, 2007

ढंढोरची का नंदीग्राम विरोध

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हमेशा की तरह हम जल्दी ही भूलते जाएगें...जो कुछ भी नंदीग्राम में हुआ। क्यूँकि यह हमारे यहाँ के लोगों का स्वाभाव है...और सी पी एम फिर नये सब्जबाग दिखा आनें वाले समय मॆं कुर्सी पर विराज मान हो जाएगें।... लेकिन इन की कारगुजारीयों से दिल तो दुखा है सभी का...सो हमने भी अपना विरोध दर्ज कराने का प्रयास किया है अपनें ढंग से..बुरा ना मानें...देर से कर रहे हैं...
दोहावली

नंदीग्राम में मचा दिया कितना हाहाकार।
सीपी एम सरकार को बार-बार धिक्कार॥

गोली किसानों पर चला,करना चाहते राज।
रामजी कृपा गिराइए, इन के सिर पर गाज॥

जनता सारी कह रही इनकी भैंस की पूछ।
अब जनता ही उखाडेगी सीपीएम की मूछ॥

सीपीएम ने जो किया,काग्रेस का है ढंग।
जैसी संगति बैठिए तैसा चड़ता रंग॥

काग्रेस की अब मौज है,कैसे करेगें विरोध।
अब परमाणु करार पर, इन्हें देनी पड़ेगी वोट॥

बुद्द देव सरकार ने,किया बुद्दुओं जैसा काम।
अब गधों(नासमझों) की फौज ही करेगी इन्हें सलाम॥

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